दुनिया के 10 सबसे खूबसूरत शहर जो विरान हो गये
दोस्तों इस समय दुनिया का लगभग हर देश और शहर लॉक डाउन की स्थिति में है। इस समय आप जब भी कभी अपने घर से बाहर निकलते होंगे तो अपने शहर को खाली खाली सा पाते होंगे और सोचते होंगे कि लॉकडाउन के बाद ना जाने कब किसी शहर की सड़कों को खाली देखने को मिलेगा। लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया में पहले से ही ऐसे कई शहर मौजूद है जो पूरी तरह से खाली है। और यहां रहने वाले लोग इन शहरों को किसी कारणवश छोड़ कर चले गए।
आज के इस article मे हम आपको बताने वाले हैं, दुनिया की ऐसे ही 10 शहरों के बारे में जो पूरी तरह से खाली है। एक समय मे ये शहर बहुत ही सुंदर थे लेकिन जल्दी ही ये सभी शहर विरान हो गये। यहाँ की आबादी बिल्कुल से गायब हो गयी। तो अगर आप इन 10 विरान शहर के बारे मे जानना चाहते है तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।
(1) ORDOS CITY (ओर्डोस शहर)
Ordos city इनर मंगोलिया चीन के 12 प्रमुख विभागों में से एक है। यह शहर येल्लो नदी के ओर्डोस पठार पर स्थित है और बड़े पैमाने पर अपनी सरकारी परियोजनाओं के लिए जाना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है, की इस शहर को चीन में स्थित भूतों का शहर कहा जाता है।
दुनिया भर की न्यूज़ चैनलों ने इसे भूतों का शहर कहकर संबोधित किया है। क्योंकि शहर की आबादी बहुत ही कम है। आपको यहां की सड़कों पर बहुत ही कम लोग देखने को मिलेंगे और यहां आकर आपको ऐसा लगेगा कि आप किसी खाली जगह पर आ गए हैं।
यहाँ की बनी buildings मे कोई नहीं रहता और यहाँ की आबादी भी बहुत ज्यादा काम है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह शहर खाली क्यों है और यहाँ कोई क्यों नही रहता?
आपको जानकर हैरानी होगी कि शहर को 10 लाख लोगों के रहने के लिए निर्मित किया गया था, पर ज्यादा प्रॉपर्टी टैक्स की वजह से इसके केवल 2% भवन ही भर पाए और बाकी अपार्टमेंट को जर्जर होने के लिए छोड़ दिया गया। इसी वजह से इस शहर को भूतों का शहर कहा जाने लगा।
(2). FATEHPUR SIKRI (फतेहपुर सिकरी)
फतेहपुर सीकरी उत्तर भारत की आगरा के पश्चिम में स्थित एक छोटा सा शहर है, जिसकी स्थापना 16वी शताब्दी में मुगल सम्राट अकबर द्वारा की गई थी। इस शहर के केंद्र में लाल बलुआ पत्थर की इमारतें हैं और यह शहर यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहरों में से एक है। यह शहर भारत मे है, तो आप सब जानते ही होंगे की यह शहर पूरी तरह से खाली है और दुनिया का सबसे सुंदर खाली शहर है।
इस शहर को 1585 में अकबर द्वारा छोड़ दिया गया था, जब वह पंजाब में एक अभियान के लिए गया था। अकबर के जाने के कुछ दशकों बाद इसे पूरी तरह से खाली कर दिया गया था। क्योंकि यहाँ पानी के पर्याप्त साधन नहीं थे और पानी की कमी से यहां के लोगों को बहुत सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता था।
यह शहर एक पहाड़ बन गया था और इसका निर्माण मुगल बादशाह अकबर की सनक के कारण हुआ था। आज इस शहर को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं और रोमांचित होते हैं।
(3). HASHIMA ISLAND (हाशिमा आईलैंड)
हाशिमा आईलैंड दक्षिणी जापान के नागासाकी शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित लोगों द्वारा छोड़ा हुआ एक द्वीप है। यह द्वीप नागासाकी प्रांत के पास खाली द्वीपों में से एक है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया भर में करीब 40 सालों से इस द्वीप को भूतों के द्वीप कहा जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्यों है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां की बिल्डिंग, अपार्टमेंट और भी कई जगहें पूरी तरह से खाली है और यह बहुत ही कम मात्रा में लोगों की आवाजाही है।
इस island को लोगों द्वारा इसलिए छोड़ दिया गया था क्योंकि यहां के कोयले खनन में भारी गिरावट आ गई थी और इसी वजह से यहां सुविधाओं की कमी आने लगी और लोगों की आय दिन कई सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस वजह से लोगों द्वारा इसे छोड़ दिया गया। आज इस island पर सिर्फ खाली बिल्डिंग अपार्टमेंट मौजूद है जो कि जर्जर हो चुके हैं।
(4). PYRAMIDEN CITY
Pyramiden नगर एक रूसी कोयला खनन सेटलमेंट है जो कि 1910 मे स्वीडेन द्वारा स्थापित किया गया था और 1927 में सोवियत संघ को बेच दिया गया था। इस नगर का नाम pyramiden इस शहर मे pyramid के आकार का पहाड़ के नाम से पड़ा।
इस शहर में थिएटर, library, म्यूजिक स्टूडियो और बड़े-बड़े खेल मैदान बने हुए हैं। साथ ही यहाँ व्लादिमीर लेनिन की प्रतिमा भी स्थापित है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस नगर में अब कोई नहीं रहता और यह 2007 से पहले तक एक भूतिया नगर के नाम से चर्चित था क्योंकि इस शहर की इमारतों के अंदर बहुत सी चीजें बनी हुई थी और यहां के लोग इसे जल्दबाजी में छोड़ कर चले गए थे।
दोस्तों अगर आप इस नगर में घूमने जाते हैं तो आपको यहां अकेलेपन के अलावा कुछ महसूस नहीं होगा और केवल चिड़िया एवं जानवरों की आवाज सुनाई देगी।
यहाँ के लोगों ने इस नगर को इसलिए छोड़ दिया था क्योंकि मार्च 1998 में यहां कोयला खदान बंद हो गई थी और 31 मार्च को यहाँ से अंतिम बार कोयला निकाला गया था। खदान बंद हो जाने की वजह से लोगों के पास काम और सुविधाएं नहीं थी इसलिए यहां के लोगों ने इस नगर को छोड़ दिया।
आज यहां बहुत से लोग घूमने आते हैं और इस जगह को explore करते हैं।
(5). AKARMARA CITY
Akarmara जॉर्जिया के काला सागर तट पर बसे हुए एक क्षेत्र उपगाजिया में स्थित एक कोयला वीरान शहर है, जो कि कभी कोयला खनन और सोवियत वास्तुकला का विस्तार वाला शहर हुआ करता था।
यह शहर आज पूरी तरह से खाली है और यहाँ बहुत बड़ी बड़ी बिल्डिंग और अपार्टमेंट बने हुए हैं जो की पूरी तरह से खाली है। और जंगल के पेड़ पौधों से घिरे हुए हैं। हम आप जैसे लोग इस असाधारण शहर को देखने के लिए आए दिन आते हैं।
आज भले ही शहर को भूतों का शहर कहा जाता है पर 1980 की दशक के शुरुआत में यहाँ करीब 40000 लोग रहते थे जो कि आज सिमटकर मात्र कुछ सौ लोगों में रह गए हैं।
अब आप जरूर सोच रहे होंगे कि आखिर यह शानदार और खूबसूरत शहर वीराने में कैसे तब्दील हो गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि यहां स्थित कोयला खदानें बंद हो गई और सोवियत संघ का भी अंत हो गया, जिसकी वजह से काफी लोगों ने यहां से पलायन कर लिया। इसकी वजह से आज यहां की बड़ी बड़ी बिल्डिंग पर कुछ लोग ही रहते है।
फंड की कमी की वजह से यहां पर्यटन को भी बढ़ावा नहीं मिल रहा है। इसलिए यहां बहुत कम लोग ही घूमने आते हैं।
(6). GOLDFIELD (गोल्डफील्ड)
Goldfield नेवाडा में स्थित एक शहर है जो कि सोने की खोज के कारण बीसवीं शताब्दी के पहले दशक में एक बूमटाउन था। 1903 से 1940 के बीच गोल्डफील्ड के खानो ने तब के कीमतों के हिसाब से करीब 8 करोड डॉलर से अधिक का उत्पादन किया था।
1923 में आग लगने के कारण इस शहर का ज्यादातर हिस्सा नष्ट हो गया था लेकिन भाग्यवस् कुछ इमारतें उस आग में भी सुरक्षित बच गई जो कि आज भी यहां मौजूद है।
क्या आपको पता है की सोने के इस शहर में बहुत ही कम लोग रहते हैं और इसकी बहुत सारी बिल्डिंग आज भी खाली है जिन्हें देखकर लगता है कि इनमें रहने वाले लोग, इन्हें बिना किसी चेतावनी के बहुत ही साधारण तरीके से छोड़ गए थे।
इस शहर को लोगों ने इसलिए छोड़ दिया क्योंकि इस शहर के लोगों का मानना था कि यह शहर डरावना और भूतिया है। हालांकि शहर में और शहर के आसपास के क्षेत्रों में आज भी सोने की खोज जारी है।
यहाँ के लोगों के मुताबिक इस शहर की गोल्डफील्ड नामक होटल में भूतों का बसेरा है और सब इस होटल में जाने से डरते हैं।
(7). KULDHARA (कुलधारा)
कुलधारा भारत के प्रमुख राज्य राजस्थान के जैसलमेर जिले का एक गांव है। इसकी स्थापना तेराह्वि शताब्दी के आसपास हुई थी। यह गाँव कभी पालीवान ब्राह्मणों द्वारा बसा हुआ एक समृद्ध गांव था।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस गांव को 19वीं शताब्दी के शुरुआती दिनों में कुछ अज्ञात कारणों के चलते छोड़ दिया गया था।
लोगों द्वारा इस गांव को क्यों खाली कर दिया गया था, आज भी इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है। लेकिन क्या आप सभी जानते हैं, कुछ स्थानीय लोगों के दावों के मुताबिक इस गावँ को जैसलमेर के मंत्री सलीम सिंह द्वारा गांव के लोगों का उत्पीड़न करने की वजह से छोड़ दिया गया था। लेकिन आज भी इसके कोई पुराने लेख प्राप्त नहीं हुए हैं।
कई जानकार मानते हैं कि इस गांव को पानी की कमी की गंभीर समस्या से जूझना पड़ा और इसके कारण पूरी आबादी ने पलायन कर लिया।
2017 के एक अध्ययन को जानकर आपको हैरानी होगी, क्योंकि इस अध्ययन में बताया गया है कि लोगों द्वारा इस गाँव को छोड़ने का कारण भूकंप था।
आज बहुत से लोग इस गांव में घूमने आते हैं और इसे explore करते हैं।
(8). BURJ AL BABAS (बुर्ज अल बाबस)
बुर्ज अल बाबस एक रेजिडेंशियल डेवलपमेंट है जो कि तुर्की के मुड़दुरुन शहर के पास स्थित है। यह शहर देखने में बहुत ही सुंदर और आकर्षक है।
इसलिए परिसर का केंद्र एक गुंबद दार संरचना वाला स्टोर, एक मूवी थिएटर और निवासियों के लिए खुली अन्य सुविधाओं को शामिल करना था।
इन संरचनाओं का निर्माण विदेशी खरीदार को लुभाने के लिए किया गया था। इसलिए ऐसे किसी महल की तरह बनाया गया था। इसे बनाने का प्रमुख कारण विदेशी निवेश था। लेकिन आज भी यह कस्बा पूरी तरह से खाली है। क्योंकि तुर्की में तेल की कीमतों में भारी गिरावट आ गई और वहां अस्थिरता भी बढ़ने लगी। इसलिए ये आवास बिक नहीं पाए और खाली रह गए।
(9). MANDU
मंडू मध्य भारतीय राज्य मध्यप्रदेश का एक प्राचीन शहर है, जो कि इंदौर जिले से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
यह शहर पत्थर की दीवारों से घिरा हुआ है और अपने अफगान वास्तुशिल्प विरासत के लिए भी जाना जाता है। इस शहर का इतिहास बहुत ही पुराना है और सन् 1401 से 1561 के बीच यह मुस्लिम साम्राज्य की राजधानी था।
लेकिन क्या आपको मालूम है कि यह शहर लगभग 400 साल से वीरान है और यहां रहने वाले लोग शहर को छोड़कर चले गए थे। और तभी यह शहर एक गांव के रूप में सिमट कर रह गया हैं जहाँ सिर्फ कुछ लोग ही रहते हैं और ज्यादातर हिस्से खाली होती है। यहाँ के अधिकतर हिस्सों में खेती होती है।
इस शहर के पास से नर्मदा नदी निकलती है जो इस शहर को रहने योग्य बनाती है। अब आप सभी के मन में जरूर यह ख्याल आ रहा होगा कि शहर में रहने वाले लोगों ने इस शहर को क्यों छोड़ दिया।
आज भी इस बात के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है कि इस छोटे से शहर को लोगों द्वारा क्यों छोड़ दिया गया। आज भी यहां पूरे देश से कई लोग घूमने आते हैं और आनंद लेते हैं।
(10). UFO CITY
सांझी Ufo House जिसे सांझी पॉट सिटी के यूएफओ घर के रूप में भी जाना जाता है जो कि न्यू ताइपइ ताइवान के सांझी जिले में स्थित है। इस city में बने घरों का आकार UFO की तरह है और यह देखने में बहुत ही आकर्षक लगते हैं। पर इतना आकर्षक होने के बावजूद भी यह शहर पूरी तरह से खाली है। क्योंकि इसमें कोई नहीं रहता और यहां रहने वाले लोग इस शहर को छोड़कर चले गए थे।
एक तरफ इतना खूबसूरत शहर को छोड़ने का कारण इसके निर्माण के समय घटित हुई कुछ अप्रिय घटनाएं थी तो वहीं दूसरी ओर शहर को छोड़ने का प्रमुख कारण इसके आसपास के area मे हो रहा विकास था जिसके कारण यहां के लोगों ने बेहतर जीवन की तलाश में इस शहर को छोड़ दिया और तभी यह शहर वीरान हो गया।
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